स्टोरी ऑफ ए इंडियन हाउस हसबैंड 9-10

Part 9
अंजलि ने शिवांश के बारे मे जे कि अब पूरी तरीके से औरत के रूप में बदलता जा रहा था और उसी के जैसी हरकत कर रहा था उसे सब कुछ अलग ही शिवांगी नजर आ गई थी उसने अपनी मां से बात करने का निश्चय किया जब शाम को मैं ऑफिस से आई तू शिवांगी के बारे में बताते हुए अंजलि ने कहा। देखो मम्मी शिवांगी के अंदर कुछ ज्यादा ही परिवर्तन आ गया है वह मर्द होते हुए भी अब ऐसी हरकतें कर रहा है जैसे वह वास्तव में औरत को एक मर्द के साथ मुझे अपने कमरे में मिला जिसने उसका ल** अपने मुंह में ले रखा था। अपनी टाई को खोलते हुए अंजली की मां ने कहा। अगर वह औरत की हरकतें कर रहा है तो इसमें नई बात क्या है हम लोग जब उसे औरतों के कपड़े पहनकर रहने के लिए कहेंगे तो धीरे-धीरे उसके अंदर औरतों की भावनाएं भी आ जाएंगी।अंजलि ने कहा वह बात तो ठीक है पर वह मेरा पति है भले ही मैं उसे एक औरत के रूप में रखना चाहते हो और खुद मर्द के रूप में रहती हूं पर वह अगर किसी गैर मर्द के साथ सेक्स बोल संबंध बनाएगा तो वह मैं कैसे बर्दाश्त कर सकती हू। दोनों अभी पास से कर ही रही थी कि सामने से शिवांगी यानी शिवांश चाय लेकर आ गया। उसने गाड़ी लाल रंग की लिपस्टिक अभी-अभी लगाई थी और मात के पैर डिजाइनर बिंदी लगाई थी वह पीले रंग की साड़ी और ब्लाउज में गजब का खूबसूरत लग रहा था। एक समय था जब शिवांगी को बिंदी और लिपस्टिक से खासी चिढ़ होती थी। पर आजकल तो वो खुद ही डिजाइनर बिंदिया और दिन में दो-तीन बार लिपस्टिक लगा लेती थीIचाय रखते हुए बोली देखो जी जब आज बाजार जाना तो मेरे लिए नई लिपस्टिक और एक पत्ता बिंदी का ले आना मेरी ब्रा भी टाइट हो रही है क्योंकि बूब्स बड़े हो रहे हैं सो मेरे लिए नई ब्रा ले आना अब तक में 34 पहनती थी पर अब मैं थर्टी सिक्स पहनूंगी। कहकर शिवांगी दूसरे कमरे में चली गई। अंजलि ने मां की ओर देखते हुए कहा देख रही हो अपनी इस बहू को कैसी हरकतें कर रही है अब आप ही बताओ मैं क्या करूं।अभी सासू मां कुछ कह पाती पर अंजलि की नजर सामने पड़े हुए एक पैकेट पर पड़ी, जब खोलकर देखा तो उसमें लगभग 10 पैकेट कंडोम पड़े थे दो पैकेट खुले भी थे। यह देखकर अंजलि ने कहा यह सब देखो शिवांगी यही सब कर रही है। सासू मां के माथे पर भी पसीना आ रहा था यानी अंजलि की मां को भी टेंशन हो रही थी कि शिवांगी इस तरीके से औरत क्यों बन रही है।अंजलि और उसकी मम्मी के बीच बहस होती देख शिवांगी खुश हो रही थी वह जो सोच रही थी। वही सबको रहा था कमलेश का आइडिया उसे पसंद आ गया। तभी अंजलि और उसकी मां दोनों घर से बाहर चली गई। घर पर केवल मोहिनी रह गई तभी अचानक गैर मर्द इंसान फिर से आ गया और उसने आते ही शिवांगी को अपनी बाहों में ले लिया और चूमने लगा तभी अंदर वाले कमरे से मोहिनी आ गई, शिवांगी और उस मर्द के बीच चुम्मा चाटी जमकर के हो रही थी यह देखकर मोहिनी छुपकर देखने लगी उसकी आंखें गुस्से से लाल हो रही थी कि शिवांगी यह क्या कर रही है, लगभग 10 मिनट तक शिवांगी और उस गैर मर्द के बीच में चुम्मा जारी होगी रे उसमें शिवांगी के बूब्स भी दबाए और सोफे पर बैठ कर जबरदस्त सेक्सी फोटो भी लिये।तभी बाहर ऑटो रिक्शा रुकने की आवाज सुनाई दी यह आवाज सुनकर वह गैर मर्द तुरंत की बगल वाले दरवाजे से बाहर निकल गया जैसे ही सासू मां, और अंजलि ने कमरे में प्रवेश किया मोहिनी चिल्लाते हुए बोली अब यही सब होगा घर में।। आपके जाने के बाद इनका आशिक आया था महारानी जी का जमकर के चुम्मा दी है उसको और अपनी चूचियां अभी दवाई है गुस्से में मोहिनी या नहीं सोच पा रही थी कि मुंह से क्या निकल रहा है क्या नहीं। मोहिनी ने सारी कहानी गुस्से में पता डाली और कुछ फोटोस भी दिखाएं जो उसने अपने मोबाइल से खींचे थे जिसमें शिवांगी उस गैर मर्द के साथ मजा कर रही थी। अंजलि ने अपनी मां की और फोटो दिखाते हुए का अब तुम ही बताओ कि क्या करना है मेरा तो दिमाग ही काम नहीं कर रहा है तुम्हारे कहने पर ही मैंने शिवांश को औरत के कपड़े पहन कर घर में रहने के लिए कहा पर लगता है कि मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी है अंजलि अफसोस करते हुए बोली।सासु मां भी सिर पर हाथ रख कर बैठी थी उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह शिवांगी को क्या कहें वह क्या करें क्या ना करें। अभी शिवांगी ने आकर कहा मां जी खाना तैयार है आपकी बहू ने बनाया है आकर खा लीजिए सभी लोग।शिवांगी ने अंजलि,सासू मॉ व मोहिनी के लिए खाना निकाला और तीनों लोग खाना खाने लगे हैं लोग शांति से खाना खा रहे थे कोई बात नहीं कर रहा था। यह देखकर शिवांगी ने कहा क्या बात है आज बड़ी खामोशी छाई है, इतनी मेहनत से मैं खाना बनाती हूं लेकिन आप लोग खाना बनाते समय आज कुछ बात नहीं कर रहे हो क्या बात है कोई गलती हो गई है क्या। अगर मुझसे कोई गलती हो गई है तो मैं कान पकड़कर क्षमा मांगती हूं कहते हुए शिवांगी कान पकड़कर सबके सामने खड़ी हो गयी।मोहिनी और सासू मां ने शिवांगी की ओर देखा पर अंजलि की हिम्मत नहीं हुई कि वह शिवांगी की ओर देख सके। आज पहली बार ऐसा हो रहा था कि अंजलि सिवांश से यानी शिवांगी से नजर मिलाने की हिम्मत नहीं कर पा रही थी। खैर किसी तरह सब ने खाना खाया और अपने अपने बिस्तर पर चले गए मोहिनी अपने रूम में चली गई और सासू मां अपने रूम में।

अंजलि आज नॉर्मल तरीके से जाकर अपने बिस्तर पर लेट गई उधर शिवांगी याने शिवांश ने मेकअप रूम में जाकर ब्राइडल मेकअप किया उसने रेड कलर की ब्राइडल ड्रेस पहनी है और सज संवर कर अंजलि के रूम मे जाकर बेड पर बैठ गयी। इसके पहले जब शिवांगी किस तरीके से जाकर बेड पर बैठी थी तो अंजलि उसे पकड़ कर अपनी बाहों में भर लेती थी और बिस्तर पर एक ओर लिटा लेती थी।पर आज अंजलि ने ऐसा कुछ नहीं किया उल्टे उसने शिवांगी की ओर नजर उठाकर देखा भी नहीं। यह देखकर शिवांगी बोली क्या बात है आज मैं आपको अच्छी नहीं लग रही हूं क्या मेरे श्रृंगार में कोई कमी हो गई है। ऐसा कहते हुए शिवांगी ने अंजलि का हाथ पकड़ा और अपने ब्लाउज के अंदर डाल दिया और कोई दिन होता तो अंजली उसके नकली बूब्स को मसल ना शुरू कर देती पर आज अंजलि ऐसा कुछ नहीं कर रही। क्या बात है आज आप कहीं और से किसी और औरत से मिलकर आ रही हो क्या। मैं तो आपकी सुहागन ब्याहता औरत हूं तो मेरे साथ नहीं करोगी कुछ क्या शिवानी बोली। अंजलि ने कोई जवाब नहीं दिया। यह देखकर शिवांगी ने कुछ सोचा फिर अपना पेटीकोट ऊपर करते हुए अंजली का हाथ अपनी च** के पास ले जाकर रख दिया और कहा देखो ना कितनी गर्म हो रही है इसमें जब तुम्हारा ल** जाता है तभी मुझे कुछ संतुष्टि मिलती है आज नहीं मुझे औरत का सुख दोगे क्या।शिवांगी यह सब हरकतें करती जा रही थी। पर अंजली इनका कोई रिएक्शन नहीं दे रही थी। अचानक शिवांगी की नजर अंजलि के चेहरे की ओर पड़ी उसने देखा।

Part 10
शिवांश यानी शिवांगी ने अंजलि का चेहरा देखा जो कि आंसुओं से भीगा हुआ था शिवांश था तो एक मर्द ही जो कि अंजलि के दबाव के कारण ही औरत बन कर रह रहा था जब उसने, अंजलि का आंसुओ से भीगा हुआ चेहरा देखा तो उसका मन मचल उठा । उसने अंजली का चेहरा अपने हाथों में लेते हुए का क्यों रो रही हो मैडम जी अब तो मैं पूरी तरीके से औरत बन गई हूं तुम्हारी इच्छा पूरी हो गई है। अंजलि ने कहा नहीं मैंने तुम पर बहुत जरूरी है मैंने अपनी मां के कहने पर अपने स्वार्थ वश में औरत के रूप में बदल दिया तुम्हें ना सिर्फ औरतों के कपड़े पहने हैं बल्कि चाल ढाल और रहन-सहन भी औरतों की तरह कर दिया। अंजलि ने रोते हुए कहा पर शिवांश बोला पर अब क्या मतों में औरत बनी ही चुकी हूं। अंजलि ने कहा नहीं नहीं हम यहां से दूर चले जाएंगे अलग रूम लेकर रह देंगे तुम अब पुरुष की जिंदगी जियो और जैसे काम करते थे वैसे ही काम करो काम कम करो या ज्यादा पर तुम घर में रहकर औरतों की तरह नहीं रहोगे।अंजलि को अब अपनी गलती का पूरा अहसास हो चुका थातभी उसकी मां आ गई दोनों की बहस सुनकर आते ही आ बोली कि शिवांगी की हरकतें ज्यादा बढ़ गई है इस को सबक सिखाना पड़ेगा अंजलि तुमसे बात करना बंद कर दो। सासू मां ने कड़क अंदाज में कहा पर अंजलि ने तुरंत अपनी मां को डांट दिया। मां जी यह मेरे पति है और मैं उनकी पत्नी हूं आप के कहने पर मिले इन्हें और औरत की जिंदगी जीने को मजबूर कर दिया

अब मैं अपने पति पर और अधिक ग्रुप नहीं करना चाहती मैं आपका घर कल ही छोड़ कर जा रही हूं मैं अपने पति के साथ एक अलग जिंदगी शुरुआत करूंगी जहां दोनों लोग कमाएंगे कम कमाए या ज्यादा पर दोनों सम्मान के साथ एक दूसरे के साथ रहेंगे।अंजली की मां अब यह समझ नहीं पा रही थी क्या जवाब दे वो झनकते पटकते हुए अपने कमरे से बाहर चली गई। उस रात अंजलि ने शिवांश को अपने पास बुलाया और अपने पास बैठा या फिर दोनों ने पति-पत्नी की तरह वास्तव में ना कि एक क्रश ड्रेसर कि तरह व्यवहार किया। रात बीतने के बाद सुबह अंजलि सो कर उठी उसने सिवान से कहा जाओ नहा धो कर आ जाओ और अपना मेकअप पूरी तरह छुड़ा लेना नेट पेट वगैरह सब साफ करना शिवांश ने वैसा ही किया

जब वो नहा कर निकला तो उसके शरीर पर नेल पेंट यार रंग का कोई भी नहीं था अंजलि ने उसे, पैंट शर्ट निकाल कर दिया शिवांश में लगभग 2 साल के बाद मर्दों के कपड़े पहने, अंजलि ने हेयर कटिंग का कोर्स किया हुआ था सो उसने खुद ही शिवांश के बाल काट दिए बरसों के बाद शिवांश ने खुद को बॉय कट हेयर स्टाइल में देखा।आज अंजलि में पीले रंग की साड़ी और ब्लाउज पहना आज मैं ऑफिस में फीमेल ड्रेस पहनकर जाने वाली थी और शिवांश ने आज मर्दों के कपड़े पहने थे आज उसे एक जॉब की तलाश में जाना था। अंजलि ने नाश्ता बनाया अंजलि और शिवांश ने खाया फिर दोनों निकल गए सासू मां और मोहिनी ही रह गए। ऊपर वाले का चमत्कार देखिए दिन में ही शिवांश को एक फैक्ट्री में अच्छे पेमेंट पर जॉब मिल गई। अंजलि और शिवांश दोनों जॉब में हो गए दोनों ने एक रूम किराए पर ले लिया और खुशी-खुशी रहने लगी क्रश जय सिंह का दबाव बनाने वाली सासू मां और मोहिनी अपने घर में अकेली रहने लगी। पर शिवांश और अंजलि जब भी इच्छा होती थी आपस में ड्रेस चेंज कर लेते थे कभी दोनों आपस में सहेली होते कभी दोनों आपस में दो बॉयफ्रेंड होते हैं यानी कभी दोनों मेल होते कभी दोनों फीमेल होते कभी शिवांगी औरत बन जाती और अंजलि मेल बन जाती इसी तरीके से दोनों अपनी लाइफ को एंजॉय करने लगे।


दोस्तों इसी के साथ यह कहानी खत्म होती है अगली कहानी में फिर आपसे मुलाकात होगी कहानी कैसी लगी कमेंट बॉक्स में जरुर बताइएगा धन्यवाद।

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